PM Fasal Bima Yojana 2025-26: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PM Fasal Bima Yojana) भारत सरकार की एक ऐसी योजना है जो किसानों को उनकी फसलों के नुकसान से बचाने के लिए शुरू की गई है। अगर आप एक किसान हैं और अपनी फसल को प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा, तूफान या कीट-पतंगों से होने वाले नुकसान से बचाना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए बहुत जरूरी है। साल 2025-26 के लिए इस योजना का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है, और अगर आप समय पर रजिस्ट्रेशन नहीं करते, तो बाद में पछताना पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको PM Fasal Bima Yojana 2025-26 के बारे में आसान भाषा में पूरी जानकारी देंगे, ताकि आप इसका फायदा उठा सकें।
PM Fasal Bima Yojana क्या है?
PM Fasal Bima Yojana 2016 में शुरू की गई थी, और इसका मकसद किसानों को आर्थिक सुरक्षा देना है। अगर आपकी फसल प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, तूफान, सूखा, ओलावृष्टि या कीट-पतंगों की वजह से खराब हो जाती है, तो यह योजना आपको नुकसान की भरपाई करती है। यह योजना पूरे भारत में लागू है और इसे केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर चलाती हैं। इस योजना के तहत किसानों को बहुत कम प्रीमियम देना होता है, और बाकी राशि सरकार वहन करती है। इससे किसानों को सस्ते में बीमा मिलता है, और उनकी मेहनत बेकार नहीं जाती।
PM Fasal Bima Yojana2025-26 के लिए क्यों जरूरी है रजिस्ट्रेशन?
साल 2025-26 के लिए PM Fasal Bima Yojana का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। खरीफ फसलों के लिए रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2025 है, और रबी फसलों के लिए 31 दिसंबर 2025 तक रजिस्ट्रेशन कराना होगा। अगर आप समय पर रजिस्ट्रेशन नहीं करते, तो फसल नुकसान होने पर आपको क्लेम नहीं मिलेगा। इसलिए, समय रहते रजिस्ट्रेशन कराना बहुत जरूरी है। यह योजना उन सभी किसानों के लिए है जो अपनी फसलों को सुरक्षित करना चाहते हैं, चाहे वो छोटे किसान हों, किरायेदार किसान हों या बटाईदार।
योजना के फायदे
PM Fasal Bima Yojana के कई फायदे हैं जो इसे किसानों के लिए खास बनाते हैं। सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें प्रीमियम बहुत कम है। खरीफ फसलों के लिए आपको सिर्फ 2% और रबी फसलों के लिए 1.5% प्रीमियम देना होता है। बाकी राशि सरकार देती है। अगर आपकी फसल खराब होती है, तो आपको जल्दी क्लेम मिलता है। यह योजना पारदर्शी है, और अब इसमें डिजिटल तकनीक का भी इस्तेमाल हो रहा है, जिससे प्रक्रिया और आसान हो गई है। 2016 से अब तक इस योजना ने करोड़ों किसानों को फायदा पहुंचाया है और 95,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के क्लेम दिए हैं।
कौन-कौन सी फसलें शामिल हैं?
इस योजना में कई तरह की फसलें शामिल हैं, जैसे धान, मक्का, ज्वार, सोयाबीन, कपास, मूंग, गेहूं, चना, सरसों और बागवानी फसलें। हर राज्य में अलग-अलग फसलें इस योजना के तहत शामिल की जाती हैं। इसलिए, अपने राज्य की अधिसूचित फसलों की लिस्ट चेक करना जरूरी है। आप अपने नजदीकी कृषि कार्यालय या PMFBY की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर यह जानकारी ले सकते हैं।
क्लेम लेने की प्रक्रिया
अगर आपकी फसल को नुकसान होता है, तो आपको 72 घंटे के अंदर बीमा कंपनी, बैंक, कृषि विभाग या टोल-फ्री नंबर पर सूचना देनी होगी। इसके बाद बीमा कंपनी 72 घंटे के अंदर एक सर्वेयर नियुक्त करती है, जो 10 दिन के अंदर नुकसान का आकलन करता है। सही जानकारी देने पर आपको जल्दी क्लेम मिल जाता है। ध्यान रखें कि गलत जानकारी देने से क्लेम रिजेक्ट हो सकता है, इसलिए सारी जानकारी सही और समय पर दें।
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
PM Fasal Bima Yojana के लिए रजिस्ट्रेशन करना बहुत आसान है। आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। नीचे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया दी गई है:
- PMFBY की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर “Farmer Corner” सेक्शन में “Guest Farmer” ऑप्शन चुनें।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म में अपनी जानकारी जैसे नाम, पता, खेत का विवरण और बैंक खाता नंबर भरें।
- जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, खेत का रिकॉर्ड और बैंक पासबुक अपलोड करें।
- कैप्चा कोड डालकर फॉर्म सबमिट करें।
- रजिस्ट्रेशन के बाद आपको लॉगिन आईडी मिलेगी, जिससे आप अपने आवेदन की स्थिति चेक कर सकते हैं।
नोट: ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आप नजदीकी बैंक, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या कृषि कार्यालय में जा सकते हैं। वहां आपको फॉर्म भरने में मदद मिलेगी।
प्रीमियम की गणना कैसे करें?
प्रीमियम की गणना करने के लिए PMFBY की वेबसाइट पर “Insurance Premium Calculator” का इस्तेमाल करें। आपको फसल का मौसम (खरीफ/रबी), राज्य, जिला और खेत का क्षेत्रफल बताना होगा। इसके बाद आपको प्रीमियम की राशि पता चल जाएगी। यह प्रक्रिया बहुत आसान और पारदर्शी है।
क्यों चुनें PM Fasal Bima Yojana?
यह योजना किसानों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह है। कम प्रीमियम, आसान क्लेम प्रक्रिया और डिजिटल तकनीक के साथ यह योजना किसानों को आत्मविश्वास देती है। कई किसानों ने इस योजना से फायदा उठाया है। उदाहरण के लिए, मध्य प्रदेश के एक किसान को बेमौसम बारिश से गेहूं की फसल खराब होने पर 18,000 रुपये का क्लेम मिला। ऐसे कई उदाहरण हैं जो इस योजना की विश्वसनीयता को दर्शाते हैं।
FAQ
(1)प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की राशि कैसे चेक करें?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की राशि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की ऑफिशल वेबसाइट पर क्लिक करके चेक कर सकते हैं।
(2)फसल बीमा द्वारा कौन सी फसलें कवर की जाती हैं?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत खाद्यान्न फैसले जैसे- गेहूं, धान और तिलहन फसले जैसे सोयाबीन, राई, सरसों, मूंगफली और दलहन फैसले जैसे अरहर, मूंग, मसूर, उरद जैसी फसले कवर की जाती है।
(3)फसल बीमा कब तक करवा सकते हैं?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसल बीमा खरीफ फसल के लिए 31 जुलाई 2025 तक करवा सकते हैं।
(4)आधार कार्ड से फसल बीमा कैसे चेक करें?
आधार कार्ड से फसल बीमा चेक करने के लिए फसल बीमा के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर के चेक कर सकते है।
निष्कर्ष
PM Fasal Bima Yojana 2025-26 किसानों के लिए एक सुनहरा मौका है। अगर आप अपनी फसलों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाना चाहते हैं, तो समय रहते रजिस्ट्रेशन करें। 31 जुलाई 2025 से पहले खरीफ फसलों का बीमा कराएं, और रबी फसलों के लिए 31 दिसंबर 2025 तक का समय है। सही जानकारी और समय पर रजिस्ट्रेशन से आप अपनी मेहनत को सुरक्षित कर सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए pmfby.gov.in पर जाएं या अपने नजदीकी कृषि कार्यालय से संपर्क करें।