Rajasthan mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana:किसानों के लिए आर्थिक सुरक्षा का वादा

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Rajasthan mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana:क्या आप राजस्थान के किसान हैं और खेती के दौरान होने वाली अनहोनी से चिंतित रहते हैं? अगर हाँ, तो राजस्थान सरकार की mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana आपके लिए एक बड़ा सहारा हो सकती है। खेती करते समय उंगली कटना, ऊंट का काटना या कोई बड़ी दुर्घटना होने पर सरकार आपको 2 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद देती है। ये योजना किसानों और उनके परिवारों को मुश्किल वक्त में संबल प्रदान करती है। आइए, इस योजना के बारे में आसान भाषा में विस्तार से जानते हैं, ताकि आप इसका पूरा फायदा उठा सकें।

mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana क्या है और इसका मकसद?

मुख्यमंत्री कृषक साथी सहायता योजना राजस्थान सरकार की एक खास पहल है, जो किसानों और खेतीहर मजदूरों को आर्थिक सुरक्षा देती है। खेती के काम के दौरान अगर कोई दुर्घटना होती है, जैसे मशीन से चोट लगना, बिजली का झटका लगना, या कीटनाशक छिड़कते समय नुकसान, तो सरकार मदद के लिए आगे आती है। इस योजना का मकसद है कि किसान बिना डर के अपने काम पर ध्यान दें और दुर्घटना होने पर उनके परिवार को आर्थिक तंगी न झेलनी पड़े। इस योजना की शुरुआत 2009 में हुई थी, और 2021 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे और मजबूत किया।

PM Viksit Bharat Rozgar Yojana 2025: पहली नौकरी पर ₹15,000 कैसे पाएं, स्टेप-बाय-स्टेप तरीका

कितने पैसे की मदद मिलती है?

mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana के तहत अलग-अलग तरह की दुर्घटनाओं के लिए अलग-अलग राशि दी जाती है:

  • अगर खेती के दौरान किसान की मृत्यु हो जाती है, तो परिवार को 2 लाख रुपये की सहायता मिलती है।
  • अगर कोई गंभीर चोट लगती है, जैसे रीढ़ की हड्डी टूटना या सिर में चोट की वजह से कोमा, तो भी 2 लाख रुपये तक की मदद दी जाती है।
  • छोटी-मोटी चोट, जैसे उंगली कटना या हड्डी टूटना, के लिए 5,000 से 50,000 रुपये तक की सहायता मिलती है।

नोट- 2024 में भजनलाल सरकार ने इस योजना में बदलाव किया और कुछ खास मामलों में सहायता राशि को 50,000 से बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दिया। ये कदम किसानों के लिए बड़ा राहत भरा है।

कौन उठा सकता है फायदा?

mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें हैं:

(1)आवेदक राजस्थान का निवासी होना चाहिए।

(2)किसान या खेतीहर मजदूर की उम्र 5 से 70 साल के बीच होनी चाहिए

(3) दुर्घटना खेती के काम से जुड़ी होनी चाहिए, जैसे मशीन चलाते समय, खेत में कीटनाशक छिड़कते समय, या बिजली के तार से हादसा।

(4)आत्महत्या या प्राकृतिक मृत्यु को इस योजना में शामिल नहीं किया गया है।

(5)दुर्घटना के 6 महीने के अंदर आवेदन करना जरूरी है।

योजना के फायदे

mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana न सिर्फ आर्थिक मदद देती है, बल्कि किसानों का हौसला भी बढ़ाती है। अगर किसी किसान के साथ अनहोनी होती है, तो उसके परिवार को तुरंत सहायता मिलती है, जिससे इलाज या रोजमर्रा की जरूरतें पूरी हो सकती हैं। 2018-19 में 2,581 किसानों को 35.41 करोड़ रुपये की मदद दी गई थी, जो इस योजना की सार्थकता दिखाता है। साथ ही, ये योजना खेती को और सुरक्षित बनाने में भी मदद करती है, क्योंकि किसान बिना डर के नए उपकरण और तकनीक आजमा सकते हैं।

आवेदन कैसे करें?

mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana का लाभ लेने के लिए आपको आवेदन करना होगा। नीचे आसान स्टेप्स दिए गए हैं:

(1)कृषि विभाग कार्यालय जाएं: अपने नजदीकी जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में जाएं।

(2)आवेदन फॉर्म लें: वहां से पंजीकरण फॉर्म मांगें।

(3)दस्तावेज जमा करें: आधार कार्ड, निवास प्रमाण, जन्म प्रमाण पत्र, जमीन के कागजात, और दुर्घटना का मेडिकल प्रमाण पत्र जमा करें।

(4)6 महीने के अंदर आवेदन करें: दुर्घटना के बाद 6 महीने के भीतर फॉर्म जमा करना जरूरी है।

(5)ऑनलाइन विकल्प: आप राजस्थान सरकार की वेबसाइट (rajasthan.gov.in) पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।

(6)हेल्पलाइन: अगर कोई दिक्कत हो, तो helpdesk.rajkisan@rajasthan.gov.in पर संपर्क करें।

कुछ जरूरी टिप्स

(1)तुरंत आवेदन करें: दुर्घटना के बाद जितनी जल्दी हो, आवेदन करें, क्योंकि 6 महीने के बाद आवेदन स्वीकार नहीं होता।

(2)दस्तावेज तैयार रखें: सारे कागजात पहले से तैयार रखें, ताकि प्रक्रिया में देरी न हो।

(3)जागरूक रहें: कई किसानों को इस योजना की जानकारी नहीं होती। अपने आसपास के किसानों को इसके बारे में बताएं।

(4)हेल्पलाइन का इस्तेमाल करें: अगर आपको आवेदन करने में दिक्कत हो, तो हेल्पलाइन नंबर या ईमेल का सहारा लें।

योजना की विश्वसनीयता

mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana को राजस्थान सरकार के कृषि विभाग और राज्य कृषि विपणन बोर्ड ने मिलकर बनाया है, जो इसकी विश्वसनीयता को बढ़ाता है। 2022-23 के बजट में इस योजना के लिए 5,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया, जो सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हालांकि, कुछ किसानों का कहना है कि उन्हें समय पर लाभ नहीं मिला, इसलिए जल्दी आवेदन करना और सही दस्तावेज देना बहुत जरूरी है।

निष्कर्ष

mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana राजस्थान के किसानों के लिए एक मजबूत सहारा है। चाहे छोटी चोट हो या बड़ी अनहोनी, ये योजना आर्थिक मदद देकर किसानों और उनके परिवारों का बोझ कम करती है। अगर आप या आपके आसपास कोई किसान इस योजना का लाभ लेना चाहता है, तो तुरंत अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क करें या ऑनलाइन आवेदन करें। ये योजना न सिर्फ आर्थिक मदद देती है, बल्कि किसानों को बिना डर के मेहनत करने का हौसला भी देती है। तो देर न करें, इस योजना का फायदा उठाएं और अपने हक को सुरक्षित करें!

Faq

(1)मुख्यमंत्री कृषक साथी सहायता योजना क्या है?

मुख्यमंत्री कृषक साथी सहायता योजना राजस्थान सरकार की योजना है, जो किसानों और खेतिहर मजदूरों को कृषि कार्य के दौरान दुर्घटना में मृत्यु या अंग-भंग होने पर आर्थिक सहायता प्रदान करती है। सहायता राशि ₹5,000 से ₹2,00,000 तक है।

(2)राजीव गांधी कृषक साथी योजना क्या है?

राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना, अब मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना, राजस्थान में किसानों और मंडी श्रमिकों को कृषि कार्य के दौरान दुर्घटना में मृत्यु (₹2,00,000) या अंग-भंग (₹5,000-₹50,000) होने पर वित्तीय सहायता प्रदान करती है।

2 thoughts on “Rajasthan mukhyamantri krishak sathi sahayata yojana:किसानों के लिए आर्थिक सुरक्षा का वादा”

Leave a Comment