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नल-जल योजना में गड़बड़ी तो नपेंगे अफसर, सीएम सख्त: जानें पूरी जानकारी

हर घर नल-जल योजना का बैनर, जिसमें बिहार सरकार का लोगो और साफ पानी की आपूर्ति के साथ शिकायत निवारण के लिए टोल-फ्री नंबर की जानकारी दी गई है।

क्या आपके गांव में नल-जल योजना का पानी ठीक से नहीं पहुंच रहा? क्या पाइप लीक हो रहे हैं या पानी की गुणवत्ता खराब है? अगर हां, तो अब आपकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होगी! बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नल-जल योजना में गड़बड़ी को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर योजना में कोई लापरवाही हुई, तो जिम्मेदार अफसरों पर सख्त कार्रवाई होगी। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि नल-जल योजना क्या है, इसमें क्या समस्याएं आ रही हैं, और आप अपनी शिकायत कैसे दर्ज कर सकते हैं। तो चलिए, शुरू करते हैं!

हर घर नल-जल योजना क्या है?

हर घर नल-जल योजना बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका मकसद हर घर तक साफ और शुद्ध पेयजल पहुंचाना है। 2016 में शुरू हुई इस योजना के तहत बिहार के 56,000 से ज्यादा वार्डों में नल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक 97% वार्डों में काम पूरा हो चुका है, और पटना जिले के 871 वार्डों में हर घर तक पानी पहुंच गया है। इस योजना में हर परिवार को सिर्फ 30 रुपये महीने का मामूली शुल्क देना होता है। लेकिन कई जगहों पर शिकायतें आ रही हैं कि पानी की आपूर्ति ठीक नहीं है।

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योजना में क्या समस्याएं आ रही हैं?

कई गांवों में नल-जल योजना का लाभ ठीक से नहीं मिल पा रहा। लोग शिकायत कर रहे हैं कि पाइप लीक हो रहे हैं, पानी की आपूर्ति रुक-रुक कर होती है, या जलमीनार बंद पड़े हैं। कुछ जगहों पर निर्माण कार्य अधूरा है, और कई बार दबंग लोग सरकारी नलों पर कब्जा कर लेते हैं। सीएम नीतीश कुमार ने इन समस्याओं को गंभीरता से लिया है और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि गड़बड़ियों को तुरंत ठीक किया जाए।

सीएम का सख्त रुख

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में योजना की समीक्षा की और अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर कहीं जलापूर्ति में रुकावट या गुणवत्ता की शिकायत मिली, तो जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि यह योजना बिहार लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम के दायरे में आएगी, ताकि शिकायतों का समाधान तय समय में हो। साथ ही, गड़बड़ी करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने और उन पर जुर्माना या FIR तक का प्रावधान है।

शिकायत कैसे दर्ज करें?

अगर आपको नल-जल योजना में कोई समस्या हो रही है, तो आप आसानी से शिकायत दर्ज कर सकते हैं। बिहार सरकार ने इसके लिए कई तरीके उपलब्ध कराए हैं। नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें

(1)टोल-फ्री नंबर पर कॉल करें: 1860-345-5555 पर अपनी शिकायत दर्ज करें।

(2)व्हाट्सएप पर मैसेज करें: 9122400777 पर समस्या बताएं।

(3)वेबसाइट का इस्तेमाल करें: http://phedcgrc.inपर जाकर शिकायत दर्ज करें।

(4)सीएम हेल्पलाइन: 181 पर कॉल करके अपनी समस्या बताएं।

नोट- शिकायत दर्ज करने के बाद आपको एक शिकायत नंबर मिलेगा, जिससे आप अपनी शिकायत की स्थिति चेक कर सकते हैं।

योजना को बेहतर बनाने के लिए क्या हो रहा है?

सरकार ने योजना में पारदर्शिता के लिए सोशल और तकनीकी ऑडिट शुरू किया है। छह हजार वार्डों में तकनीकी ऑडिट हो रहा है, जिसमें पाइपलाइन की गहराई और गुणवत्ता की जांच की जा रही है। साथ ही, भू-जल स्तर की निगरानी हर दिन हो रही है, ताकि पानी की कमी न हो। वार्ड स्तर पर भी चर्चा की जा रही है, ताकि स्थानीय समस्याओं का तुरंत समाधान हो।

सफलता की कहानियां

हालांकि कुछ समस्याएं हैं, लेकिन इस योजना ने लाखों परिवारों की जिंदगी बदली है। उदाहरण के लिए, बिहार के कई गांवों में लोग पहले दूर-दूर से पानी लाते थे, लेकिन अब उनके घरों में नल से साफ पानी आ रहा है। यह योजना खासकर महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है, क्योंकि अब उन्हें पानी के लिए भटकना नहीं पड़ता।

निष्कर्ष

हर घर नल-जल योजना बिहार के लोगों के लिए साफ पानी की गारंटी है, लेकिन गड़बड़ियों ने इसके रास्ते में कुछ रुकावटें डाली हैं। सीएम नीतीश कुमार का सख्त रुख और शिकायत निवारण की सुविधाएं इस योजना को और बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम हैं। अगर आपके घर में पानी की समस्या है, तो टोल-फ्री नंबर या ऐप के जरिए तुरंत शिकायत करें। समय पर कार्रवाई से आपका हक आपको जरूर मिलेगा। क्या आप इस योजना का लाभ ले रहे हैं? अपनी राय या सवाल कमेंट में बताएं, हम आपकी मदद करेंगे!

FAQ

(1) नल जल योजना में कितना पैसा मिलता है?

नल जल योजना में कोई सीधा पैसा नहीं मिलता। लाभार्थियों से प्रतिमाह 30 रुपये शुल्क लिया जाता है, जो टंकी सफाई, पाइप मरम्मत और मोटर रखरखाव में खर्च होता है। नए कनेक्शन के लिए मांग पत्र अनुसार राशि जमा करनी होती है।

(2) नल जल योजना का फॉर्म कैसे भरे?

नल जल योजना का फॉर्म एमपी ई-जिला पोर्टल या सीएससी/एमपीऑनलाइन कियोस्क पर जमा करें। ई-केवाईसी करें, दस्तावेज अपलोड करें (आधार, निवास प्रमाण), शुल्क जमा करें, और फॉर्म सबमिट करें। शिकायत या स्टेटस के लिए पोर्टल चेक करें

(3) नल जल योजना के नियम क्या हैं?

हर घर को शुद्ध पेयजल देना, प्रतिमाह 30 रुपये शुल्क, नियमित रखरखाव, और पानी की बर्बादी रोकना। लाभार्थियों को नोटिस के बाद भी शुल्क न देने पर कनेक्शन कट सकता है। वार्ड समितियां योजना की निगरानी करती हैं।

(4) नल जल योजना के अनुरक्षक कौन बनेंगे?

अनुरक्षक के रूप में वार्ड क्रियान्वयन समिति, पंप ऑपरेटर, और निगरानी टीम काम करती है। पीएचईडी विभाग स्थायी पंप ऑपरेटरों की नियुक्ति करता है, जो टंकी, पाइप, और मोटर की देखरख रखते हैं।

(5) नल जल योजना कौन चलाएगा?

नल जल योजना बिहार में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) चलाता है। केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के साथ साझेदारी में राज्य सरकार इसे लागू करती है। वार्ड समितियां स्थानीय स्तर पर निगरानी करती हैं।

(6) नल जल योजना में शिकायत कैसे करें?

शिकायत के लिए टोल-फ्री नंबर 1860-345-5555, व्हाट्सएप 9122400777 पर ऑनलाइन दर्ज करें। पता, मोबाइल नंबर, और समस्या बताएं। शिकायत संख्या मिलेगी, जिससे स्टेटस चेक कर सकते हैं।

(7) घर में नल जल योजना का पानी नहीं आ रहा है तो क्या करना चाहिए?

पानी न आने पर टोल-फ्री 1860-345-5555, व्हाट्सएप 9122400777 पर शिकायत दर्ज करें। स्थानीय वार्ड समिति या पीएचईडी कार्यालय से संपर्क करें। शिकायत संख्या से स्टेटस चेक करें।

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